एक बार एक आम आदमी जोर जोर से चिल्लारहा था, "प्रधानमंत्री निकम्मा है ."
पुलिस के एक सिपाही ने सुना और उस की गर्दन पकड़ के दो रसीद किये और बोला, "चल थाने, प्रधानमंत्री की बेइज्ज़ती करता है?"
वो बोला, "साहब मै तो कह रहा था फ़्रांस का प्रधानमंत्री निकम्मा है." \
ये सुन कर सिपाही ने दो और लगाए और बोला, "साले, बेवक़ूफ़ बनता है! क्या हमे नहीं पता कहाँ का प्रधानमंत्री निकम्मा है?"
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एक दिन सोनिया गांधी के सपने में महात्मा गांधीजी आकर बोले,
"मैने मरते समय कॉंग्रेस को सादगी, ईमानदारी, टोपी, चश्मा और डंडा दिया था, कहॉं है वो?"
सोनिया ने अत्यंत विनम्रता से कहा,
पुलिस के एक सिपाही ने सुना और उस की गर्दन पकड़ के दो रसीद किये और बोला, "चल थाने, प्रधानमंत्री की बेइज्ज़ती करता है?"
वो बोला, "साहब मै तो कह रहा था फ़्रांस का प्रधानमंत्री निकम्मा है." \
ये सुन कर सिपाही ने दो और लगाए और बोला, "साले, बेवक़ूफ़ बनता है! क्या हमे नहीं पता कहाँ का प्रधानमंत्री निकम्मा है?"
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एक दिन सोनिया गांधी के सपने में महात्मा गांधीजी आकर बोले,
"मैने मरते समय कॉंग्रेस को सादगी, ईमानदारी, टोपी, चश्मा और डंडा दिया था, कहॉं है वो?"
सोनिया ने अत्यंत विनम्रता से कहा,
- "टोपी तो राहुल लोगोंको पहना रहा है.
- सादगी मेरे और प्रियंका के पास है.
- ...चश्मा मनमोहन के पास है.
- ईमानदारी स्विस और ईटली के बैंक में सेफ है
- और डंडा आम आदमी की सेवा में लगा रखा है.
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